शनिवार-रविवार को हो सकती है झमाझम
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून ( Monsoon Alert ) द्रोणिका छत्तीसगढ़ से होती हुई बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात दक्षिण उत्तर प्रदेश एवं उससे लगे इलाके में 900 मीटर की ऊंचाई तक बना है।
तीसरा कारक एक अन्य द्रोणिका है, जो गुजरात से उत्तरी महाराष्ट्र, छग व उड़ीसा तक जा रही है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र और तैयार हो रहा है, जिसके चार अगस्त तक बनने की संभावना है। शनिवार से फिर बारिश शुरू हो सकती है।
जुलाई में तीन सप्ताह के लंबे अंतराल बाद 25 जुलाई की दोपहर से बौछारें पडऩी शुरू हुई थीं। 26 से बादलों ने आसमान को घेर लिया था, जिसके बाद बारिश का दौर चला। गुरुवार शाम से बादलों ने दामन समेटना शुरू किया।
ठीक आठवें दिन शुक्रवार दोपहर को बादल छटे तो कुछ देर हल्की सी धूप दिखी। ऐसे में दोपहर से ही उमस महसूस होने लगी थी। दिन का अधिकतम तापमान 0.2 की बढ़त के साथ 27.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.7 डिग्री कम रहा। रात का तापमान 0.5 डिग्री बढकऱ 23.7 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 0.7 अधिक रहा।